Self Motivation Kavita : यह कविता एक उत्साहभरा संदेश लेकर आती है, जो व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने और सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। इसमें उत्कृष्टता, उत्साह, और स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्धता का संदेश है। यह कविता बताती है कि व्यक्ति को अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ऊर्जा और संकल्प की आवश्यकता होती है, और उसे सभी चुनौतियों का सामना करने का साहस रखना चाहिए। इसके साथ ही, सामाजिक मुद्दों और स्वार्थ से मुक्त होकर सच्ची स्वतंत्रता की प्राप्ति का भी संदेश है।
सेल्फ मोटिवेशन कविता - Poems wala |
तुम्हें देखने को भीड़ होगी
जारी रखना वो लालसा
कुंठा नहीं, वो जलसा
तुम्हें देखने को भीड़ होगी
मुझे क्या, मैं तो खालसा
इच्छा रखते मुक्ति की
मांग करते शक्ति की
ना प्रतिष्ठा की कामना
चाहे जिससे भी हो सामना
ना प्रतिस्पर्धा ना होड़ है
ना कोई जीत ना ही दौड़ है
नहीं बनना हमें अमर
नहीं जीतना कोई समर (युद्ध)
परवाह अनजान रास्तों की
कीमत अपनी बातों की
चला जिंदगी के नए सफर पे
धुंधले चेहरे, भरोसा खुद पे
रंजन गुप्ता
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सेल्फ मोटिवेशन कविता
कविता में 'जलसा' और 'खालसा' का उपयोग हुआ है, जिससे यह भी दिखता है कि व्यक्ति को सीधे और साहसी तरीके से अपने लक्ष्य की दिशा में बढ़ना चाहिए। कविता में उभरता हुआ सिद्धांत है कि जीवन में हार-जीत, प्रतिस्पर्धा, और समर (युद्ध) के लिए प्रतिष्ठा की कोई अहमियत नहीं है। बल्कि, मुक्ति, शक्ति, और इच्छा को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया गया है।
कविता के अंत में, व्यक्ति को नए सफर में बढ़ने के लिए उत्साहित किया जा रहा है, और उसे धुंधले चेहरों और खुद पर विश्वास बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।
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